विकारों को दूर करता है योग
योग मनुष्य के लिए वरदान हैं, क्योंकि इससे न केवल हमारे शरीर के रोग और विकार दूर होते हैं, बल्कि मानसिक और इंद्रीय संतुलन भी सुदृढ़ होता है। इससे शरीर में ऊर्जा का भी विकास होता है।
View Articleनए साल में सेक्स लाइफ को तरोताजा बनाएं
तनाव भरा जीवन, नशे की प्रवृत्ति और प्रदूषण भरे माहौल में पुरुषों की सेक्स लाइफ का स्तर लगातर गिरता जा रहा है। नववर्ष में जरूरी है कि आप नया संकल्प लें और अपनी सेक्स लाइफ को सुंदर और सेहतमंद बनाएं। इसके...
View Article'मैं क्यों सोच रहा हूँ' इस पर ध्यान दें
हाल ही में पेनीसिल्वेनिया विश्विविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा कराई गए एक शोध में ध्यान व योग से व्यक्तित्व के विकास की बात मानी गई है। इस शोध में शोधकर्ताओं ने पता लगाया है कि किस तरह से ध्यान द्वारा...
View Articleयोग और आदत
जरूरी नहीं कि आप बुरी आदतों के शिकार बन गए हों और आप उन्हें छोड़ना चाहते हों। अच्छी आदतें भी नुकसान पहुंचाने वाली सिद्ध हो सकती है या कहें कि किसी भी प्रकार की आदत या लत का होना ही नुकसानदायक है।
View Articleसेक्स के लिए जरूरी नाड़ियों की शुद्धि
नाड़ी देखकर ही रोग का पता चल जाता है। सवाल सिर्फ सेक्स का नहीं संपूर्ण शरीर की शुद्धि और मजबूती का भी है। शरीर में स्थित छोटी-छोटी नाड़ियां यदि कमजोर या रोगग्रस्त रहेगी तो संपूर्ण शरीर ही उसके जैसा हो...
View Articleयोग से कमर को बनाएँ सुडौल
यदि आपकी कमर और पेट लचकदार तथा संतुलित हैं तो स्फूर्ति और जोश तो कायम रहेगा ही साथ ही आप कई तरह के रोग से बच जाएंगे। अनियमित और अत्यधिक खान-पान के कारण कमर के कमरा बनने में देर नहीं लगती। कमर के छरहरा...
View Articleगर्भावस्था के दौरान योग
गर्भावस्था के दौरान शरीर का आकार ऐसा हो जाता है, जो योग में जरूरी लचीलेपन की इजाजत नहीं देता। अपनी सीमाओं के बावजूद गर्भवती योग के चुनिंदा आसन करके चुस्त-दुरुस्त रह सकती है। किसी भी आसन की सफलता उसे...
View Articleयोग से एसिडिटी का समाधान
गैस या एसिडिटी की समस्या से बहुत से लोग परेशान रहते हैं। इसका कारण है अनियमित भोजन शैली, तेल और मसालेदार भोजना का अति सेवन करना तथा किसी भी प्रकार का नशा करना आदि। अगर गैस या एसिडिटी है तो कभी भी...
View Articleकुंभक से खोले शरीर और मन की ग्रंथी
ग्रंथी का अर्थ होता है गांठ। शरीर में मुख्यत: तीन प्रकार की ग्रंथियां हैं। मन में भी गांठ बन जाने से कई प्रकार के मानसिक रोग उत्पन्न हो जाते हैं। गांठ बनने के कई शरीरिक और मानसिक कारण हैं।
View Articleडायबिटीज का इलाज, योगा के पास
योग के आसनों से सभी तरह की बीमारियों को कंट्रोल किया जा सकता है। आज के शहरी मानव में डयबिटीज का रोग आम हो चला है। डॉक्टरों की दवाई खा खाकर व्यक्ति ने अपने शरीर को कमजोर कर लिया है। डायबिटीज के लिए यूं...
View Articleमोटापे से परेशान, योग से पाएं समाधान
आधुनिक जीवन और अनियमित भोजन शैली के चलते मोटापे एक समस्या बन कर उभरा है। उसमें भी लोगों का तोंदु होना आम बात हो गई है। इसके कारण व्यक्ति वक्त के पहले ही टायबिटीज, हृदय रोग, ब्लड प्रेशर आदि गंभीर...
View Articleहाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करे योगा
ब्लड प्रेशर एक गंभीर समस्या है। यह शरीर में छिपा एक घातक शत्रु है। अनियमित खान पान, गैस, अनींद्रा, नमक के अधिक सेवन से हाई ब्लड प्रेशर होना स्वाभाविक है। ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) से परेशान लोगों को...
View Articleलय योग ध्यान
ब्रह्मांड के मध्य स्थित है ब्रह्मलोक, हमारे ग्रहमंड के बीच स्थित है सूर्यलोक, उसी तरह हमारे मस्तिष्क के मध्य में स्थित है ब्रह्मरंध। आंखें बंद कर अपना संपूर्ण ध्यान ब्रह्मरंध पर केंद्रित करके ब्रह्म...
View Articleदंडासन में किए जाने वाले योग अंग संचालन-1
अंग संचालन को सूक्ष्म व्यायाम भी कहा जाता है। कुछ लोग इसे तोड़-मरोड़कर एरोबिक्स के नाम से कराते हैं। हालांकि अंग संचालन स्कूल में पीटी के नाम से भी कराया जाता है। लेकिन है तो यह सूक्ष्म व्यायाम ही जोकि...
View Articleबढ़ती उम्र रोकने की 'सनातन योग क्रिया'
मानव शरीर में बुढ़ापे की प्रक्रिया और इसके कारकों का गहन अध्ययन करने वाले योगी अश्विनी का विश्वास है कि वर्ष पहले जब हमारे ऋषि मुनि लंबी उम्र तक युवा रहते हुए जीवन जी सकते थे और पूरे होश में अपना शरीर...
View Articleयोग से पाएं दहशत से मुक्ति
नई दिल्ली। आधुनिक जीवनशैली में आगे बढ़ने और सफल होने के दबाव को हर व्यक्ति महसूस कर रहा है और इसके कारण लोगों को तमाम तरह की शारीरिक और मानसिक बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार...
View Articleयोग से मिटे पेट का हर रोग
अति भोजन या लगातार मसालेदार भोजन करने से पेट खराब रहने लगता है। शराब पीने या बाजार के फास्टफूड खाने से भी पेट के रोग पैदा हो जाते हैं- जैसे कब्ज, अपच, एसिडिटी, पेट दर्द आदि। लगातर पेट खराब रहने से...
View Articleअस्थमा के लिए योग
अस्थमा फेंफड़ों से संबंधित बीमारी है। अस्थामा में छाती और गला संवेदनशील रहता है। अस्थामा का मरीज, धूल, धुवां या ज्यादा कोल्ड वातावरण बर्दाश्त नहीं कर सकता। जहां ज्यादा ऑक्सिजन नहीं है वहां रहने में भी...
View Articleसाइनस का रोग मिटाए योग
साइनस नाक का एक रोग है। आयुर्वेद में इसे प्रतिश्याय नाम से जाना जाता है। सर्दी के मौसम में नाक बंद होना, सिर में दर्द होना, आधे सिर में बहुत तेज दर्द होना, नाक से पानी गिरना इस रोग के लक्षण हैं। इसमें...
View Article'विचार योग' से पाएं सेहत, खुशी और सफलता
आज आप जो भी हैं वह आपके पिछले विचारों का परिणाम है-भगवान बुद्ध। सोचे अपनी सोच पर कि वह कितनी नकारात्म और कितनी सकारात्मक है, वह कितनी सही और कितनी गलत है। आप कितना अपने और दूसरों के बारे में अच्छा और...
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