व्यक्ति आधुनिक जीवन शैली में इतना व्यस्त है कि उसे अपने शरीर का भान नहीं रहता। यही वजह है कि रोग से ग्रस्त हो जाने के बाद ही उसे पता चलता है कि शरीर रोगी बन गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। अब उसे डॉक्टर या भगवान ही बचा सकता है। लेकिन योग ...
↧